क्या आप कभी सोचते हैं कि आपके पैसे की कीमत कैसे तय होती है? या फिर बैंक आपको कितना ब्याज देगा, यह कौन निर्धारित करता है? इन सभी महत्वपूर्ण आर्थिक निर्णयों के पीछे एक शक्तिशाली कॉमेटी काम करती है - मोनेटरी पॉलिसी कॉमेटी ।
क्या आप कभी सोचते हैं कि आपके पैसे की कीमत कैसे तय होती है? या फिर बैंक आपको कितना ब्याज देगा, यह कौन निर्धारित करता है? इन सभी महत्वपूर्ण आर्थिक निर्णयों के पीछे एक शक्तिशाली कॉमेटी काम करती है - मोनेटरी पॉलिसी कॉमेटी ।
इस ब्लॉग पोस्ट में, हम आपको इन्वेस्टमेंट की दुनिया में सफलतापूर्वक नेविगेट करने के लिए छह महत्वपूर्ण बिंदुओं के बारे में बताएंगे। हम फाइनेंसियल गोल्स के निर्धारण से लेकर नियमित समीक्षा और पोर्टफोलियो रीबैलेंसिंग तक की यात्रा करेंगे। तो आइए, इस रोमांचक यात्रा पर चलते हैं और सीखते हैं कि कैसे एक समझदार निवेशक बना जाए ।
क्या आप भारतीय शेयर बाजार में ट्रेडिंग करते हैं? क्या आप ऑप्शन ट्रेडिंग में रुचि रखते हैं? अगर हाँ, तो आपको यह जानकर हैरानी होगी कि सेबी (SEBI) ने हाल ही में ऑप्शन खरीद और बिक्री के लिए कुछ नए नियम जारी किए हैं। ये नए नियम न केवल आपकी ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी को प्रभावित करेंगे, बल्कि समस्त बाजार गति को भी बदल देंगे। क्या आप सोच रहे हैं कि ये परिवर्तन आपको कैसे प्रभावित करेंगे? क्या आप चिंतित हैं कि ये नियम आपके लिए अवसर लाएंगे या चुनौतियाँ खड़ी करेंगे?
अगर आप ऑप्शन ट्रेडिंग करते हैं, तो आपको ऑप्शन ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी मालूम होना चाहिए, ताकि अपने प्रॉफिट को ज्यादा से ज्यादा बना पाए और होने वाले नुकसान को कम करें। शेयर मार्केट में निफ़्टी बैंक, निफ़्टी, फिन निफ़्टी और स्टॉक ऑप्शन में सबसे ज्यादा ट्रेडिंग किया जाता है, जहां पर ऑप्शन स्ट्रेटजी का उपयोग करके प्रॉफिट को और ज्यादा बढ़ाया जा सकता है। वैसे तो बहुत से ऑप्शन स्ट्रेटजी है, लेकिन यहां पर ऑप्शन ट्रेडिंग में सबसे ज्यादा उपयोग होने वाले स्ट्रेटजी देखने वाले हैं।
Option Greeks Delta, Vega, Theta, and Gamma refer to a set of calculations you can use to measure different factors that might affect the price of an options contract. With that information, you can make more informed decisions about which options to trade, and when to trade them.
अगर आप ऑप्शन ट्रेडिंग करते हैं, तो ऑप्शन ट्रेडिंग करने से पहले ऑप्शन ग्रीक्स के बारे में जानना बहुत जरूरी है, क्योंकि ऑप्शन ग्रीक्स के चार फैक्टर होते हैं, जो कि ऑप्शन में होने वाले बदलाव को आसानी से बताते हैं। जिसकी सहायता से ऑप्शन ट्रेडिंग करने में आसानी हो जाती है और हम किसी भी ऑप्शन को खरीदने के लिए और सही टाइम में बेचने के लिए मदद मिलती है।
Derivative एक ऐसा इंस्ट्रूमेंट होता है जिसमें अपनी खुद की वैल्यू नहीं होती है बल्कि उसकी वैल्यू किसी Underlying Asset से प्राप्त होती है, उसे डेरिवेटिव कहा जाता है। जिस पर उसकी वैल्यू निर्भर करता है उसे Underlying Asset कहा जाता है, उदाहरण के तौर पर जैसा की पनीर की वैल्यू दूध पर निर्भर करती है इसलिए यह दूध, पनीर का Underlying Asset है। Underlying Asset मैं जैसे-जैसे बदलाव आएगा उसी तरह उसके डेरिवेटिव में भी बदलाव आएगा।