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सभी 11 कैंडलस्टिक पैटर्न

शेयर मार्केट में एनालिसिस के लिए हम दो प्रकार का उपयोग किया जाता है, जिनके आधार पे सफलता पूर्वक निवेश किया जा सकता है।
1-फंडामेंटल एनालिसिस

2-टेक्निकल एनालिसिस

 

फंडामेंटल एनालिसिस
हम फंडामेंटल एनालिसिस के विषय में थोड़ी चर्चा करेंगे इस प्रकार के एनालिसिस में हम कंपनी के प्रॉफिट लोस को दर्शाने वाली बैलेंस शीट के अभ्यास के आधार पर वह शेयर निवेश के लिए सही है की  नहीं इसका अंदाजा लगाया जाता है इस प्रकार  के एनालिसिस से हम कम्पनी की गुडवत्ता का नापतोल करने में मदद मिलती  है इसलिए निवेश का निर्णय लेने से पहले फंडामेंटल एनालिसिस के आधार पर अच्छे स्टॉक का सिलेक्शन कर लेना चाहिए उसके बाद टेक्निकल एनालिसिस के आधार पर निवेश स्टार्ट करना चाहिए।

                                         TECHNICAL ANALYSIS

 

टेक्निकल एनालिसिस की सहायता से हम किसी स्टॉक का पिछला ट्रेंड क्या था? उस स्टॉक का पिछला डाटा एनालिसिस करके स्टॉक के व्यवहार को समझ कर उस पर हम ट्रेड बना सकते हैं, और उस स्टॉक से  या मार्केट से मुनाफा कमा सकते हैं, तो हम टेक्निकल एनालिसिस को संक्षिप्त रूप से समझेंगे।

चार्ट का प्रकार:-

शेयर मार्केट में सबसे ज्यादा उपयोग किए जाने वाले चार्ट को हम अच्छी तरह से समझेंगे, ताकि आप उसे ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग में उपयोग कर पाए।

 

1 लाइन चार्ट (LINE CHART)

candlestick

2  जैपनीज कैंडलेस्टिक चार्ट (JAPANESE CANDLESTICK CHART)

लाइन चार्ट (LINE CHART)

 

लाइन चार्ट बहुत ही सरल और सीधा चार्ट होता है, जो कि किसी भी स्टॉक का या किसी इंटेक्स का भी चार्ट हो सकता है, यह लाइन चार्ट 5 मिनट 15 मिनट 30 मिनट 1 घंटे एक दिन 1 हफ्ते 1 महीने का भी हो सकता है।

 

इसमें जो भी हम  समय का उपयोग करते हैं उसके आधार पर चार्ट बनाया जाता है, उदाहरण के लिए अगर मुझे 30 दिन का लाइन चार्ट देखना है, तो वहां पर दिन के आधार पर हर 1 दिन की क्लोजिंग प्राइस के पॉइंट को मिलाकर लाइव चैट ड्रॉ कर दिया जाता है।

लाइन चार्ट में स्टॉक या  इंटेक्स के  की गतिविधियों को आसानी से पहचाना जा सकता है।

 

अगर मुझे 15 मिनट का लाइन चार्ट  उपयोग करना है तो वहां पर हर एक 15 मिनट में जो क्लोजिंग प्राइस होगी उसके पॉइंट को मिलाकर चार्ट बना दिया जाएगा हालांकि लाइन चार्ट का कुछ कमजोरियां भी हैं

जैसा कि यह प्राइस के क्लोज होने पर क्लोजिंग प्राइस के आधार पर चार्ट बनता है, तब तक हमें अगले क्लोजिंग  का पता करने के लिए इंतजार करना होता है, और दूसरा यह बहुत ही सरल और सीधा होता है, उसकी वजह से किसी एक ट्रेंड का ही पहचान किया जा सकता  है।

जैपनीज कैंडलेस्टिक चार्ट (JAPANESE CANDLESTICK CHART)

जैपनीज कैंडलेस्टिक की शुरुआत सबसे पहले जापान ने किया था, तब से यह कैंडलेस्टिक पेटर्न चलते आ रहा है, और शेयर मार्केट में सबसे ज्यादा उपयोग किए जाने वाला चार्ट जैपनीज कैंडलेस्टिक की  है।

जिसकी संरचना प्राइस की ओपनिंग, क्लोजिंग, हाई, और लो से मिलकर बना होता है,  इसमें कैंडल भी दो प्रकार से होती है, एक BULLISH CANDLE एक BEARISH CANDLE तो आइए इसके बारे में संक्षिप्त रूप से समझते हैं।

 

                                                          

समय अवधि (TIME FRAME) 

कैंडल का समय अवधि 1 मिनट 3 मिनट 5 मिनट 15 मिनट 30 मिनट 1 घंटे 1 दिन कुछ भी हो सकता है, अगर हम कोई सा भी समय अवधि  उपयोग करते हैं, कोई भी समय अवधि  उपयोग करेंगे तो उस के लिए एक ही कैंडल बनेगा नीचे चित्र में दिखाया गया है।                                              

BULLISH CANDLE में  स्टॉक की ओपनिंग निचले स्तर पर होती है, और उसका क्लोजिंग ऊपरी स्तर पर होता है मतलब स्टॉक नीचे ओपन होगा और ऊपर जाकर क्लोज हो जाएगा। इस तरह से ओपनिंग के बाद   निचले स्तर पर कुछ पॉइंट का LOW बनाएगा, जिसे LOWER SHADOW या LOWER WICK बोलेंगे। उसी तरह ऊपरी स्तर पर हाई बनाएगा, जिसे  UPPER SHADOW हो या UPPER WICK बोलेंगे, तो इस तरह से BULLISH CANDLE की संरचना होती है, और इसे BULLISH CANDLE बोला जाता है ऊपर दिए गए चित्र में आप देख सकते हैं।

                                                

BEARISH CANDLE मैं स्टॉक की ओपनिंग ऊपरी स्तर पर होती है, और उसका क्लोजिंग निचले स्तर पर होता है मतलब स्टॉक ऊपर ओपन होगा, और नीचे जाकर क्लोज हो जाएगा। इस तरह से ओपनिंग होने के बाद ऊपरी स्तर पर कुछ पॉइंट का HIGH बनाएगा, जिसे UPPER SHADOW या UPPER WICK भी बोलेंगे, इसी तरह से निचले स्तर पर LOW बनाएगा, जिसे LOWER SHADOW या LOWER WICK बोलेंगे, तो इस तरह से BEARISH CANDLE की संरचना होती है, और इसे BEARISH CANDLE बोला जाता है, ऊपर दिए गए चित्र में आप देख सकते हैं।

  

हैमर कैंडल (HAMMER CANDLESTICK PATTERN) 

 

हैमर कैंडल एक BULLISH REVERSAL कैंडल होता है, जब भी मार्केट गिरावट की स्थिति में होती है और वह ऊपर से नीचे की ओर मार्केट गिरता जाता है। किसी एक DEMAND ZONE OR SUPPORT ZONE से बॉटम में हैमर कैंडल बनाकर ऊपर निकलता है,तो  इसे हैमर कैंडल कहते हैं।

 

                              

हैमर कैंडल में कैंडल का OPENING, CLOSING और HIGH PRICE लगभग एक ही होता है, हैमर कैंडल में 75-85% सिर्फ LOWER SHADOW होता है, और 20-15% रियल बॉडी होता हैं।

 

हैमर कैंडल मैं दो  दो प्रकार का कैंडल बनता है 1. ग्रीन कैंडल 2. रेड कैंडल तो इसमें ग्रीन कैंडल में स्टॉक को ऊपर ले जाने की क्षमता ज्यादा होती है। 

 

हैमर कैंडल में खरीदारी ज्यादा होती है, और खरीदारी करने वालों के कंट्रोल में हो जाता है, तो क्लोजिंग  प्राइस ऊपर होता है जहां की क्लोजिंग कैंडल, हाई प्राइस के पास ही होती है, जिसमें लगभग 20-15% है  रियल बॉडी बनता है। 

 

हैमर कैंडल की सहायता से खरीदारी कहां पर करें? और उसका स्टॉप लॉस टारगेट क्या होना चाहिए?

 

     

 

                            

ऊपर दिए गए चार्ट में आप देख सकते हो जैसा कि स्टॉक गिरावट की स्थिति में था, और लगातार BEARISH CANDLE बन रहा था, बॉटम में हैमर कैंडल बना हैमर कैंडल की क्लोजिंग के बाद अगली कैंडल ग्रीन कैंडल बने और ब्रेकआउट (BREAKOUT) दे, तो वहां पर स्टॉक मैं खरीदारी करेंगे और हमारा स्टॉप लॉस हैमर कैंडल का लो प्राइस रहेगा और उस स्टॉक का टारगेट 1-2%  रखेंगे।

इनवर्टेड हैमर कैंडल (INVERTED HAMMER CANDLESTICK PATTERN) 

 

इनवर्टेड हैमर कैंडल देखने में शूटिंग स्टार जैसा दिखाई देता है और हैमर कैंडल का उल्टा होता है, जो कि BULLISH REVERSAL कैंडल होता हैं। इनवर्टेड हैमर कैंडल में कैंडल का ओपनिंग (OPENING), क्लोजिंग (CLOSING)और लो (LOW) लगभग एक साथ होता है, और कैंडल के हाई जिसमें 80-85% अपर शैडो (UPPER SHADOW) बनता है।  इनवर्टेड हैमर कैंडल में लोअर शैडो (LOWER SHADOW) नहीं बनता है।

 

जब मार्केट में गिरावट की स्थिति हो तो निचले स्तर पर इनवर्टेड हैमर कैंडल बनता है जो कि  तेजी रिवर्सल (BULLISH REVERSAL) का संकेत देता है।

 

 

 

                                        

 

           

 

इनवर्टेड हैमर कैंडल भी दो प्रकार से बनता है 1. ग्रीन कैंडल के साथ 2. रेड कैंडल के साथ, इसमें ग्रीन कैंडल रेड कैंडल की अपेक्षा ज्यादा प्रभावशाली होता है, इनवर्टेड हैमर कैंडल में ग्रीन कैंडल को ज्यादा महत्व दिया जाता है।

                               

ऊपर दिए गए चार्ट में आप देख सकते हैं, इनवर्टेड हैमर कैंडल मार्केट के मंदी होने पर हैमर कैंडल जैसे ही  निचले स्तर पर इनवर्टेड हैमर कैंडल बनता है। जहां पर उस कैंडल का  हाई ब्रेक आउट (HIGH BREAKOUT) होने पर खरीदारी की पोजीशन बना सकते हैं, और इनवर्टेड हैमर कैंडल का लो (LOW) हमारा  स्टॉप लॉस (STOPLOSS) रहेगा  और टारगेट ऊपर की तरफ 1 से 2% का रख सकते हैं। 

हैमर कैंडल इनवर्टेड हैमर कैंडल और शूटिंग स्टार कैंडल में अंतर (DIFFERENCE BETWEEN HAMMER, INVERTED HAMMER & SHOOTING STAR)

 

हैमर कैंडल जब मार्केट मंदी की स्थिति में होता है तो निचले स्तर पर हैमर कैंडल बनता है, जहां पर  कैंडल की ओपनिंग क्लोजिंग और  हाई एक साथ ऊपर की ओर बनता है।

 

इनवर्टेड हैमर कैंडल जब मार्केट मंदी की स्थिति में होता है, तो निचले स्तर पर इनवर्टेड हैमर कैंडल बनता है, जहां पर कैंडल की ओपनिंग क्लोजिंग और उसका लो नीचे की ओर एक साथ बनता है।

 

शूटिंग स्टार कैंडल जब मार्केट तेजी की स्थिति में होता है, तो ऊपरी स्तर पर शूटिंग स्टार कैंडल बनता है, जहां पर कैंडल की ओपनिंग क्लोजिंग और लो एक साथ नीचे की ओर बनता है।

 

                              

इनवर्टेड हैमर कैंडल की सहायता से खरीदारी कहां पर करें? और उसका स्टॉप लॉस टारगेट क्या होना चाहिए?

 

ऊपर दिए गए चार्ट में आप देख सकते हैं स्टॉक का स्वभाव ऊपर जाने की स्थिति में ऊपर  जा रहा था और ऊपर की तरफ इनवर्टेड हैमर कैंडल बनने के बाद उस कैंडल के नीचे ब्रेकडाउन देने पर उस स्टॉक में बिकवाली करने के लिए पोजीशन बनाएंगे, इनवर्टेड हैमर कैंडल का हाई प्राइस स्टॉप लॉस होगा और नीचे की तरफ उस स्टॉक का 1-2% हमारा टारगेट होना चाहिए।

हैंगिंग मैन  कैंडल (HANGING MAN CANDLESTICK PATTERN)

हैंगिंग मैन  कैंडल  देखने पर हैमर कैंडल  जैसा ही दिखाई देता है, हैंगिंग मैन कैंडल  में OPENING, CLOSING और HIGH PRICE लगभग एक ही होता है, हैंगिंग मैन कैंडल में 75-85%  LOWER SHADOW होता है, और 20-15% रियल बॉडी होता हैं। 

 

फर्क सिर्फ इतना है की हैमर कैंडल  स्टॉक मंदी में हो तो निचले स्तर पर बनता है और BULLISH REVERSAL का संकेत देता है, लेकिन हैंगिंग मैन मार्केट तेजी  मैं हो तो ऊपर की ओर बनता है और नीचे आने का संकेत देता है, लेकिन हैमर कैंडल के बराबर क्षमता नहीं होती है।

 शूटिंग स्टार कैंडल (SHOOTING STAR CANDLESTICK PATTERN) 

 

 शूटिंग स्टार कैंडल, हैमर कैंडल का उल्टा होता है, जो कि BEARISH REVERSAL कैंडल होता हैं। जब भी मार्केट ऊपर जाने की स्थिति में हो और ऊपर की ओर जाता रहे, ऊपर किसी भी SUPPLY ZONE OR RESISTANCE ZONE में जाकर  शूटिंग स्टार कैंडल बनाता है, और ऊपर से नीचे आना  प्रारंभ होता है, तो उसे हम  शूटिंग स्टार कैंडल बोलते हैं।

 

           

शूटिंग स्टार कैंडल भी दो प्रकार से बनता है 1. ग्रीन कैंडल के साथ 2. रेड कैंडल के साथ, इसमें रेड कैंडल ग्रीन कैंडल की अपेक्षा ज्यादा प्रभावशाली होता है,  इनवर्टेड हैमर कैंडल में रेड कैंडल को ज्यादा महत्व दिया जाता है।

 

 शूटिंग स्टार कैंडल में, उस कैंडल में बिकवाली प्रारंभ हो जाता है और स्टॉक को बेचने वाले के ऊपर कंट्रोल होता है, जहां पर स्टॉक का ओपनिंग, क्लोजिंग और लो प्राइस  के पास ही होता है,  शूटिंग स्टार कैंडल में 15- 20% रियल बॉडी होता है, जो कि नीचे साइड रियल बॉडी बनता है और 75-85% अपर शैडो बनता है।            शूटिंग स्टार कैंडल की सहायता से खरीदारी कहां पर करें? और उसका स्टॉप लॉस टारगेट क्या होना चाहिए?

 

ऊपर दिए गए चार्ट में आप देख सकते हैं स्टॉक का स्वभाव ऊपर जाने की स्थिति में ऊपर  जा रहा था और ऊपर की तरफ  शूटिंग स्टार कैंडल बनने के बाद उस कैंडल के नीचे ब्रेकडाउन देने पर उस स्टॉक में बिकवाली करने के लिए पोजीशन बनाएंगे,  शूटिंग स्टार कैंडल का हाई प्राइस स्टॉप लॉस होगा और नीचे की तरफ उस स्टॉक का 1-2% हमारा टारगेट होना चाहिए।

हैंगिंग मैन  कैंडल (HANGING MAN CANDLESTICK PATTERN)

हैंगिंग मैन  कैंडल  देखने पर हैमर कैंडल  जैसा ही दिखाई देता है, हैंगिंग मैन कैंडल  में OPENING, CLOSING और HIGH PRICE लगभग एक ही होता है, हैंगिंग मैन कैंडल में 75-85%  LOWER SHADOW होता है, और 20-15% रियल बॉडी होता हैं। 

 

फर्क सिर्फ इतना है की हैमर कैंडल  स्टॉक मंदी में हो तो निचले स्तर पर बनता है और BULLISH REVERSAL का संकेत देता है, लेकिन हैंगिंग मैन मार्केट तेजी  मैं हो तो ऊपर की ओर बनता है और नीचे आने का संकेत देता है, लेकिन हैमर कैंडल के बराबर क्षमता नहीं होती है।

 

                                                          

              

 

 

                              

मॉर्निंग स्टार कैंडल (MORNING STAR CANDLESTICK PATTERN)

 

मॉर्निंग स्टार कैंडल का फॉरमेशन 3 कैंडल से मिलकर बना होता है, जब मार्केट गिरावट की स्थिति में होती है, तो निचले स्तर में मॉर्निंग स्टार कैंडल बनता है, और वहां से BULLISH REVERSAL  का संकेत देता है।

मॉर्निंग स्टार कैंडल बनने पर उस स्टॉक को बिकवाली करने से बचना चाहिए, अगर मॉर्निंग स्टार कैंडल फॉरमेशन के लेबल के ऊपर ट्रेड हो रहा है तो।

 

                                   

मॉर्निंग स्टार कैंडल में मार्केट गिरावट की स्थिति में 1 RED CANDLE 2 CANDLE  पहली कैंडल के डाउन साइड में RED या GREEN कुछ भी DOJI CANDLE  बन सकता है, और तीसरी कैंडल पहली कैंडल के बराबर ही GREEN CANDLE बनेगा, तो इस प्रकार से मॉर्निंग स्टार कैंडल की संरचना होती है।

                                    

 

मॉर्निंग स्टार कैंडल की सहायता से खरीदारी कहां पर करें? और उसका स्टॉप लॉस टारगेट क्या होना चाहिए?

 

मॉर्निंग स्टार कैंडल का चार्ट आप ऊपर देख सकते हो जैसा की चार्ट में दिखाया गया है, तीसरी कैंडल के क्लोज होने पर जैसे ही उस लेवल के हाई को ब्रेक करता है या ब्रेकआउट देता है, तो वहां पर हम खरीदारी के लिए पोजीशन बना सकते हैं। जहां से हमारा टारगेट 1 से 2% होना चाहिए,  वहीं पर हमारा स्टॉप लॉस दूसरी  DOJI कैंडल का LOW स्टॉप लॉस रहेगा।  अगर टारगेट 1 से 2% हिट होता है, तो प्रॉफिट बुक करेंगे, और DOJI कैंडल के LOW  को DOWNSIDE ब्रेक कर देता है तो स्टॉपलॉस हिट होगा। 

इवनिंग स्टार कैंडल (EVENING STAR CANDLESTICK PATTERN)

इवनिंग स्टार कैंडल का फॉरमेशन 3 कैंडल से मिलकर बना होता है, यह मॉर्निंग स्टार से उल्टा होता है।

मार्केट जब तेजी में हो और ऊपर RESISTANCE LEVEL या SUPPLY ZONE में पहुंच जाता है, तो वहां पर इवनिंग स्टार कैंडल फॉरमेशन बनने पर बिकवाली कर सकते हैं। 

इवनिंग स्टार कैंडल BEARISH REVERSAL का संकेत देता है, तो ऐसी स्थिति में जो स्टॉक में  तेजी की पोजीशन बनाए हैं, और वहां पर इवनिंग स्टार कैंडल बनता है, तो उस स्टॉक से बाहर निकल सकते हैं या तो नया बिकवाली की पोजीशन भी बना सकते हैं।

 

                                          

इवनिंग स्टार कैंडल की संरचना पहली कैंडल ग्रीन कैंडल (1st CANDLE GREEN CANDLE) होती है और दूसरी कैंडल, पहली कैंडल के हाई के पास DOJI CANDLE बनता है और तीसरी कैंडल, पहली कैंडल के बराबर ही  रेड कैंडल डाउन साइड (RED CANDLE DOWNSIDE) में बनता है, तो इस तरह इवनिंग स्टार कैंडल की संरचना (EVENING STAR CANDLE FORMATION) होती है।

                                       

मॉर्निंग स्टार कैंडल की सहायता से खरीदारी कहां पर करें? और उसका स्टॉप लॉस टारगेट क्या होना चाहिए?

ऊपर दिखाए गए चार्ट में आप देख सकते हो, इवनिंग स्टार कैंडल में तीसरी रेड कैंडल को ब्रेकडाउन देता है तो, वहां पर बिकवाली की पोजीशन बना सकते हैं, जहां से हमारा टारगेट 1-2% होना चाहिए, वहीं पर स्टॉपलॉस जो दूसरी DOJI  कैंडल का हाई प्राइस होता है, वह हमारा स्टॉप लॉस रहेगा। 

डोजी कैंडल (DOJI CANDLE)

 

जब कैंडल की शुरुआत होती है, खरीदी करने (BUYER) वाले ट्रेडर स्टॉक की कीमत को ऊपर ले जाना चाहते हैं, लेकिन बिकवाली करने (SELLER) वाले ट्रेडर बेचना प्रारंभ कर देते हैं, जिसकी वजह से  स्टॉक ऊपर  नहीं जा पाता है। उसी तरह से बिकवाली करने वाले ट्रेडर स्टॉक की प्राइस को नीचे ले जाना चाहते हैं, लेकिन खरीदी करने वाले ट्रेडर खरीददारी प्रारंभ कर देते हैं, और स्टॉक नीचे नहीं जा पाता  है। इस तरह से खरीदारी और बिकवाली बराबर चलने लगती है, जिसकी वजह से कैंडल का ओपनिंग (OPENING PRICE) और क्लोजिंग प्राइस (CLOSING PRICE) एक ही हो जाता है।

अतः डोजी कैंडल में  रियल बॉडी (REAL BODY) नहीं होता है, सिर्फ अपर शैडो (UPPER SHADOW) और लोअर शैडो (LOWER SHADOW) लगभग एक बराबर होता है।

 

डोजी कैंडल से मार्केट ऊपर जाएगा या नीचे जाएगा यह पता नहीं लगाया जा सकता है अगली कैंडल  तेजी या मंदी होगी यह भी निर्धारित नहीं होता है।

 

                                          

    

डोजी कैंडल (DOJI CANDLE) मुख्यतः दो प्रकार की होती है।

 

1 ड्रैगनफ्लाई डोजी (DRAGONFLY DOJI) 

2 ग्रेवस्टोन डोजी (GRAVESTONE DOJI)

1 ड्रैगनफ्लाई डोजी (DRAGONFLY DOJI)

ड्रैगनफ्लाई डोजी में  खरीदारी करने वाले (BUYER), बिकवाली करने वालों (SELLER) से जीत जाते हैं, जहां पर कैंडल का ओपनिंग (OPENING), क्लोजिंग (CLOSING) और  हाई (HIGH) एक साथ ऊपर की ओर होता है, बाकी 95-98% लोअर शैडो (LOWER SHADOW) बनता है।

                                  

 

ड्रैगनफ्लाई डोजी में स्टॉक का कंट्रोल खरीदारी करने वालों के पास होता है, जिसकी वजह से अगली कैंडल ड्रैगनफ्लाई डोजी को ब्रेकआउट (BREAKOUT) करता है, तो खरीदारी की पोजीशन (BUY POSITION) बनाकर चल सकते हैं, इस प्रकार से ड्रैगनफ्लाई डोजी (DRAGONFLY DOJI) पैटर्न काम करता है।                   

2 ग्रेवस्टोन डोजी (GRAVESTONE DOJI)

 ग्रेवस्टोन डोजी (GRAVESTONE DOJI) 

 ग्रेवस्टोन डोजी में बिकवाली करने वाले (SELLER), खरीदारी करने वालों (BUYER) से जीत जाते हैं, जहां पर कैंडल का ओपनिंग (OPENING), क्लोजिंग (CLOSING) और कैंडल का लो (LOW) लगभग एक बराबर नीचे की ओर होता है, बाकी 95-98% अपर शैडो (UPPER SHADOW) बनता है।

                         

ग्रेवस्टोन डोजी मैं स्टॉक का कंट्रोल बिकवाली करने वालों (SELLER) के पास होता है, जिसकी वजह से अगली कैंडल ग्रेवस्टोन डोजी को ब्रेकडाउन (BREAKDOWN) करता है, तो बिकवाली की पोजीशन (SHORT SELLING) बनाकर चल सकते हैं, इस प्रकार से  ग्रेवस्टोन डोजी (GRAVESTONE DOJI) 

 काम करता है।                                         

    

                                  


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