होम लोन के ब्याज को अब करें बाय बाय
आज के इस महंगाई के दौर को देखते हुए सभी के मन में यही बात आती है, की अपना एक खुद का घर हो, कब तक किराये के मकान में गुजर बसर होगा। लेकिन हम मध्यम वर्ग के लोग अपने रोजगार के धन से ये इच्छा पूरी नहीं कर सकते, क्योंकि आज एक आम घर की लागत न्यूनतम 20 लाख होती है और इतनी बड़ी पूंजी एक साथ नहीं हो सकती।
जिसके लिए होम लोन एक सही विकल्प होता, होम लोन एक ऐसी सुविधा है, जिसके जरिए एक माध्यम वर्गीय परिवार आसानी से मकान खरीदने का सपना पूरा हो जाता है। वर्तमान में बेकाबू महंगाई के चलते कर्ज की ब्याज दरें लगातार बढ़ रही है, हाल में ही (08 दिसम्बर 2022 ) रिजर्व बैंक ने 0.35 फीसदी रेपो रेट में इजाफा किया है, वर्तमान वित्तीय वर्ष (2022-2023) में रिजर्व बैंक ने 4.40 फीसदी से 6.25 फीसदी लगभग 2 फीसदी रेपो रेट की दरों में इजाफा किया है। जिससे कर्ज की ब्याज दरों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, कर्ज महंगा होने का एक साइड इफैक्ट यह है कि ,आपकी मंथली किस्त (EMI) ज्यादा हो जाती है या आपकी रिपेमेंट अवधि बढ़ जाती है। इस समय अलग-अलग बैंकों (HDFC बैंक, देना बैंक, IDFC बैंक) के होम लोन की शुरुआती ब्याज दरें औसतन 8.50 फीसदी के आसपास हैं। आइये हम अब आपको एक उदाहरण से समझाते है, इस ब्याज दर पर अगर आप 10 लाख रुपये का होम लोन अगले 10 साल के लेते हैं, तो आपको प्रिंसिपल अमाउंट (PRINCIPAL AMOUNT) पर लगभग उतना ही ब्याज देना पड़ जाएगा। यानी कि होम लोन के जरिए, लिये गए मकान की वैल्यू लगभग 1.5 गुनी पड़ जाती है।
क्या आपने सोचा है, कि इसकी भरपाई कैसे की जाए? यानी कि, जो ब्याज हम अगले 10 साल देंगे, उसे किस तरह वापस हासिल कर सकते हैं, जिससे कि मकान की कीमत वसूल हो जाए। इसका एक आसान तरीका SIP म्यूच्यूअल फंड स्ट्रैटजी है। जिससे हम होम लोन के ब्याज को अब बाय बाय कर सकते है।
होम लोन लेने से पहले क्या करें
होम लोन लेने से पहले आपको इसका कैलकुलेशन करना है।
इसे ऐसे समझिये कि ₹10 लाख के लोन के बदले आप अगले 10 साल में बैंक को 10 लाख से ज्यादा का सिर्फ ब्याज चुका देंगे, अगर कुल रिपेमेंट अमाउंट देखा जाए, तो यह करीब ₹12-13 लाख के आसपास बनेगा। वो भी तब जब पूरे रिपेमेंट टेन्योर में ब्याज दरें 8.5 फीसदी पर बनी रहती हैं। अगर ब्याज दरें कम ज्यादा होती है, तो ये बदल भी सकते है। इस कैलकुलेशन के बाद अब हमे इस प्रकार की रणनीति बनाना है, जिससे हम अपने लोन को कर्ज मुक्त कर सके।
होम लोन लेने के बाद की रणनीति
आज के समय में अगर शहरों में एक 1BHK मकान की औसत कीमत देखें, तो वह करीब ₹20-30 लाख रुपये के आसपास है। अगर आप 25 लाख रुपये की कीमत वाले मकान के लिए 80 फीसदी लोन 20 लाख का लोन लेते हैं, तो भी इस रकम पर आपको भारी-भरकम ब्याज चुकाना होगा।
अब ऐसे में हमें इसे रिकवर करने की योजना बनाना चाहिए, इसके लिए आज के समय में म्यूचुअल फंड SIP एक बेहतर ऑप्शन है। इसमें हमारी रणनीति यह होनी चाहिए कि, होम लोन की EMI शुरू होने के साथ ही उतने ही टेन्योर के लिए मासिक SIP भी शुरू कर दें। अब मन में बात आती है की हर महीने SIP में कितनी रकम डालनी है, तो इसे EMI के आधार पर तय करनी चाहिए।अनुमानित, अगर आप अपनी EMI की 20-25 फीसदी की SIP करते हैं, तो होम लोन के समाप्त होने तक आप जितना कुल भुगतान बैंक को करेंगे, उसके आस पास आप SIP से रिटर्न कमा सकते है।
इसके कैलकुलेशन को समझते है :-
1st कैलकुलेशन
होम लोन की रकम |
टेन्योर वर्ष |
ब्याज दर |
10,00000 |
10 वर्ष |
8.50 फीसदी |
EMI |
12,400 |
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लोन पर कुल इंट्रेस्ट |
4,87,829 |
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लोन के बदले कुल रकम |
14,87,829 |
जैसा कि ऊपर कैलकुलेशन में बताया गया है कि, अगर हम ₹1000000 का होम लोन 10 साल के लिए 8.5% के लिए होम लोन लेते हैं, तो हमारा महीने का EMI ₹12400 जिसमें 10 सालों में हमें मूलधन और ब्याज मिलाकर ₹15 लाख के आसपास जमा करना होगा।
आइए अब इसे हम दूसरे तरीके से कैलकुलेशन करते हैं जिसमें महीने का EMI कम देना पड़ेगा।
2nd कैलकुलेशन
होम लोन की रकम |
टेन्योर वर्ष |
ब्याज दर |
10,00000 |
15 वर्ष |
8.50 फीसदी |
EMI |
9,847 |
|
लोन पर कुल इंट्रेस्ट |
7,72,531 |
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लोन के बदले कुल रकम |
17,72,531 |
यहां पर दूसरा कैलकुलेशन में हमने 1000000 का लोन 8:50 % की ब्याज दर पर 15 साल के लिए लिया है, जहां पर हमने 5 साल के लिए ज्यादा लिया हुआ है, जिसमें हमारा मूलधन और ब्याज मिलाकर 1800000 रुपए देने होंगे। लेकिन यहां पर जो हमारा महीने का EMI पहले से कम हो जाएगा। जिसमें सिर्फ ₹9847 देना है, मतलब कि पहला वाला कैलकुलेशन से दूसरा वाले कैलकुलेशन में ₹2600 रुपए हर महीने हम बचत कर रहे हैं।
यहां पर बचत करने का म्यूचल फंड प्लान सबसे बढ़िया और सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाला बचत प्लान है। जिसमें हर महीने की बचे हुए ₹2600 में ₹400 और मिला देंगे, क्योंकि हमारा हर महीने का EMI लगभग एक बराबर रहेगा, लेकिन हर साल हमारी सैलरी में थोड़ा-थोड़ा बढ़ोतरी होता रहेगा, जिसमें से हम ₹3000 का म्यूच्यूअल फंड हर महीने करने वाले हैं। जहां पर ₹1000-1000-1000 तीन अलग-अलग म्यूचल फंड में इन्वेस्ट करेंगे, जहां पर हमारा रिटर्न 12% 15 सालों के लिए इन्वेस्टमेंट होगा। क्योंकि हमारा लोन 15 साल के लिए है, तो यहां पर अगर मैं कैलकुलेशन करूं तो, मूलधन और ब्याज मिलाकर ₹1500000 का बचत हो जाएगा। तो इस प्रकार से हमने ₹1000000 होम लोन लेकर उसी होम लोन के पैसे से ही ₹1500000 बचा लिया है, जिसमें हमारा कुल मूलधन और ब्याज 1800000 है, जिसमें 15 साल बाद हमें सिर्फ ₹300000 ही बैंकों जमा किए हैं।
म्यूच्यूअल फंड कैलकुलेशन का स्क्रीनशॉट नीचे दिया गया है, (SHARE MARKET SUBJECT TO RISK) इसलिए आप भी एक बार खुद से एनालिसिस जरुर करिए।
अनुमानित रिटर्न |
12 फीसदी |